Saturday 20 August 2016

SuKh:5

सौ में सत्तर आदमी फिलहाल जब नाशाद है...!
दिल पे रख कर हाथ कहिये देश क्या आजाद है..!!
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कोठियों से मुल्क के मेयार को मत आंकिये..!
असली हिंदुस्तान तो फुटपाथ पर आबाद है..!!
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सत्ताधारी लड़ पड़े है आज कुत्तों की तरह...!
सूखी रोटी देख कर हम मुफलिसों के हाथ में..!!
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जिस शहर के मुंतजिम अंधे हों जलवामाह के...!
उस शहर में रोशनी की बात बेबुनियाद है..!!
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जय हो
जय भीम
लाल सलाम

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