Tuesday 9 August 2016

sUkH:2

वो फलक तेरा हो ये ज़मी तेरी हो...

चाँद की चाँदनी सूरज की रौशनी तेरी हो...

तू मुस्कराये तो तेरे साथ कायनात मुस्कुराये...

सारे ज़माने में हस्ती वो तेरी हो....

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